Jharkhand Tiger🐯 के नाम से प्रसिद्ध "चंपई सोरेन" ने 3 जुलाई को अपना इस्तीफा झारखंड के राज्यपाल को सौंप दिया। इसी के साथ झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में उनकी छोटी लेकिन महत्वपूर्ण पारी समाप्त हो गई।
पारिवारिक जीवन: चंपई सोरेन का जन्म सरायकेला के जिलिंगगोड़ा में 1956 में हुआ था। इनके पिता का नाम सेमल सोरेन था जो की एक किसान थे। अपने तीन भाइयों और एक बहन में ये सबसे बड़े हैं। इनकी शादी मानको सोरेन से हुई है और इनके चार बेटे और तीन बेटियां हैं।
शैक्षणिक जीवन: इनके बचपन की पढ़ाई गांव के ही सरकारी स्कूल में हुई और इन्होंने 10 वीं तक की पढ़ाई की है। उसके बाद इन्होंने अपनी शिक्षा बीच में ही छोड़ दी और राजनीति में अपना कदम बढ़ाए।
राजनीतिक जीवन: इन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1991 में एक निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में शुरू की और उसमें जीत हासिल की। ये बिहार सरकार में 2 बार और झारखंड सरकार में 5 बार विधायक चुने गए हैं। कुल मिलाकर अब तक 7 बार विधायक चुने गए हैं जो की अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है। चंपई सोरेन झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन के अनन्य सहयोगियों में से एक हैं इसलिए हेमंत सोरेन भी इनके पैर छूते हैं तथा इनसे आशीर्वाद लेते हैं। कोई भी छोटी या बड़ी निर्णय हो इनसे एक बार सलाह जरूर लिया जाता है एवं ये हेमंत सोरेन के सबसे विश्वसनीय में से एक हैं। इसीलिए जब हेमंत सोरेन को ED ने गिरफ्तार किया तो हेमंत सोरेन ने अपना विश्वास चंपई सोरेन पे दिखाया।
चंपई सोरेन ने झारखंड सरकार में 7वें मुख्यमंत्री के रूप में अपना शपथ ग्रहण 2 फरवरी 2024 को लिया। लेकिन इन्होंने जिस तरह से अपने छोटे से कार्यकाल में वो सब काम को कर के दिखाया जो काम हेमंत सोरेन 4 साल में नही कर पाया था और अपना एक यादगार कार्यकाल छोड़ गया।
मुख्यमंत्री के रूप में प्रमुख योजनाएं जो इनके कार्यकाल में शुरू हुई:
1. 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त: पहले झारखंड में 125 यूनिट तक का सब्सिडी राज्य सरकार के द्वारा दिया जाता था लेकिन इन्होंने उसे बढ़ाते हुए 200 यूनिट कर दिया। इस तरह से इसका फायदा झारखंड के 41,44,634 बिजली उपभोक्ताओं को होगा।
2. आबुआ आवास योजना: आबूआ आवास योजना का शुरुआत भी इन्ही के कार्यकाल में हुआ जिसमे गरीब परिवार को 2.50 लाख की राशि राज्य सरकार के द्वारा उन गरीब परिवारों को दिया जाता है जिनके पास पक्का मकान नहीं है और जिनको मोदी आवास नहीं मिला है।
3. मुख्यमंत्री बहन बेटी योजना: इस योजना के अंतर्गत उन सभी महिलाओं को लाभ देने की कोशिश की गई है जिनकी उम्र 25 से 49 वर्ष के बीच में है। वैसी महिलाओं को झारखंड सरकार प्रत्येक महीना 1000 रुपए की सहायता देगी।
4. गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना: इस योजना का उद्देश्य उन गरीब छात्रों को लाभ पहुंचाना है जो उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। वैसे विद्यार्थियों को झारखंड सरकार 15 लाख रुपए तक की सहायता बिना किसी गारंटी और ब्याज के करेगी और बहुत ही आसान शर्तों के साथ पैसा वापस लेगी, पूरा कोर्स खत्म होने के एक साल बाद।
5. 40,000 से ज्यादा अभ्यर्थियों को नियुक्ति: चंपई सोरेन ने राज्य के युवाओं को रोजगार का आश्वासन देते हुए बहुत सारी रिक्त पदों को भरने का निर्देश दिया।
और भी बहुत सारी योजनाओं को शुरू करने का आदेश दिया है। तो इस तरह देखा जाय तो झामुमो सरकार के सबसे कार्यशील मुख्यमंत्री के रूप में चंपई सोरेन को याद किया जाएगा।
Post a Comment